14 अप्रैल 2025 "विश्व रत्न" डा अम्बेडकर जी की 134वीं जयंती पर चित्र पर माल्यार्पण
विचार गोष्ठी का आयोजन प्रसाद वितरण
एक राष्टृीय राजनीतिक संविधान को समर्पित व्यक्तित्व ऊषा रानी कोरी
ऊषा रानी कोरी ने अभियानों से समस्याओं के समाधान के लिए अनुप्राणित किया है।
उद्देश्य एक संविधान समर्पित सशक्त और समान समाज का निर्माण करना
ऊषा रानी कोरी सोशल मीडिया पोस्ट से
ऊषा रानी कोरी 15 घंटे
कार्यक्रम की सूचना
प्रिय मान्यवर
आपको अवगत कराना है कि कल दिनाक 14 अप्रैल 2025 ,दिन सोमवार को "विश्व रत्न" बाबा साहेब डा भीमराव अम्बेडकर जी की 134वीं जयंती के पावन मौक़े पर बिल्हौर विधान सभा अंतर्गत कांग्रेसजनों द्वारा प्रात: 10:30 से दोपहर आपके आगमन तक निम्न कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।
• विश्व रत्न बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर जी के चित्र पर माल्यार्पण
• विचार गोष्ठी का आयोजन
• प्रसाद वितरण
स्थान : कांग्रेस जनसम्पर्क कार्यालय सुभानपुर बिल्हौर-कानपुर नगर !
अपील :
आप सभी सम्मानित साथी, मित्र,अम्बेडकर अनुयायी और कांग्रेसजनों को सादर आमंत्रित करती हूँ !
भवदीया
ऊषा रानी कोरी
पूर्व प्रत्याशी
विधान सभा: 209-बिल्हौर
संविधान को समर्पित राष्टृीय राजनीतिक व्यक्तित्व ऊषा रानी कोरी
राजनीति समस्त समाज की प्रेरणाओं और आकांक्षाओं का प्रतिक है। राजनीति में कुछ ऐसे व्यक्तित्व होते हैं जो अपने चुनावी अभियानों से अपनी जीवन यात्रा को एक नई दिशा प्रदान करते हैं। ऊषा रानी कोरी बिल्हौर विधान सभा के चुनाव में अपनी भागीदारी दर्ज करने वाली एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व हैं,
ऊषा रानी कोरी का राजनीतिक सफर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस व संविधान को समर्पण से शुरु हुआ। वर्तमान में, वह उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की वर्तमान में प्रवक्ता हैं। पार्टी ने उनके नेतृत्व में कई समाज के विभिन्न वर्गों के महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया हैं। यह उनके कठोर परिश्रम और राजनीतिक व्यावहारिकता का प्रमाण है।
बिल्हौर विधान सभा के लिए उनका प्रत्याशी होना चुनावी रणनीति के सथ उनके समाज सेवा के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है। ऊषा रानी कोरी ने अपने चुनाव अभियानों से स्थानीय समस्याओं को उजागर कर उनके समाधान के लिए अनुप्राणित किया है।
शिक्षा के क्षेत्र में भी उत्कृष्टता प्राप्त है। उन्होंने सी.एस.जे.एम. विश्वविद्यालय, कानपुर से अपनी शिक्षा प्राप्त की, जहां उन्होंने न केवल अकादमिक क्षेत्र में बल्कि समाज सेवा के कार्यों में भी अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की। उनकी शैक्षणिक पृष्ठभूमि ज्ञान समृद्ध कर राजनीतिक निर्णय लेने में भी सहायक सिद्ध हुई है।
कानपुर में निवास करने के कारण, ऊषा रानी कोरी के लिए स्थानीय मुद्दों की पहचान कर उनके समाधान की दिशा में कार्य करना सरल हो गया। वह अपने शहर के लोगो से निकटता बनाए रखते हुए उनकी समस्याओं के प्रति संवेदनशील हैं। उनका निवास और स्थानीय राजनीति के प्रति उनकी समझ ने उन्हें एक सशक्त नेता के रूप में उभारा है।ऊषा रानी कोरी का राजनीतिक सफर केवल चुनावों तक सीमित नहीं है। उनका उद्देश्य एक संविधान समर्पित सशक्त और समान समाज का निर्माण करना है। वह पूर्व प्रत्याशी के साथ प्रेरक नेता भी हैं जो समाज के प्रत्येक वर्ग की आवाज को उठाती हैं। उनके प्रयास और समर्पण निश्चित रूप से भारतीय राजनीति में एक नई ऊर्जा और दिशा का संचार करते है ।
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