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Showing posts with label कानपुर पुरुष और महिला साइबर ठगों. Show all posts
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कानपुर में पुरुष और महिला साइबर ठगों ने रेलबाजार के युवक व अनवरगंज की युवती को घर से काम करने का झांसा देकर 6 लाख की ठगी, शिकार होने पर नेशनल साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल या साइबर क्राइम की वेबसाइट पर रिपोर्ट करें

रेल बाजार ट्रैफिक पुलिस लाइन निवासी विमल कुमार के बेटे को साइबर ठगों ने शिकार बनाया
अनवरगंज थानाक्षेत्र की युवती से 5.69 लाख रुपये व रेलबाजार के युवक से 66 हजार रुपये ठगे
कोतवाली थानाक्षेत्र के सिविल लाइंस निवासी राहुल यादव से 77,500 हजार रुपये ठगे
साइबर ठगी पर सबसे पहले नेशनल साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर रिपोर्ट करें।



कानपुर 4, मार्च, 2025
03 मार्च 2025, दिन सोमवार, कानपुर, साइबर ठग ने युवक व युवती को घर बैठे रुपये कमाने का झांसा देकर लाखों रुपये की ठगी कर ली। अनवरगंज थानाक्षेत्र की युवती से 5.69 लाख रुपये व रेलबाजार के युवक से 66 हजार रुपये ठगे हैं। पीड़ितों ने साइबर सेल थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
अनवरगंज फूलवाली गली निवासी दरखशां अंजुम के अनुसार एक जनवरी को उसके मोबाइल पर मैसेज आया, जिसमें उन्हें रेटिंग कर घर बैठे रुपये कमाने का ऑफर दिया गया। इसके बाद उन्हें एक टेलीग्राम एप से जोड़ा गया और कुछ टास्क दिए गए।
पीड़िता के अनुसार शुरुआत में रुपये लगाए तो बढ़कर मिले। इसके बाद बड़ा टास्क देने के नाम पर कई बार में 5.69 लाख रुपये जमा कराए गए। कई दिन बीत जाने पर जब रुपये नहीं मिले तो उन्होंने मांगे। इस पर ठगों ने उनका खाता बंद कर दिया और ग्रुप से बाहर निकाल दिया। फ्राड होने के संदेह पर पीड़िता ने शिकायत साइबर सेल थाने में की।
इसी प्रकार रेल बाजार ट्रैफिक पुलिस लाइन निवासी विमल कुमार के बेटे को भी साइबर ठगों ने अपना शिकार बनाया। घर बैठे रुपये कमाने का झांसा देकर 66 हजार रुपये की ठगी कर ली। पीड़ित ने रेलबाजार थाने में मामले की शिकायत की है। पुलिस मामले में जांच कर रही है।
कोतवाली थानाक्षेत्र के सिविल लाइंस निवासी राहुल यादव के अनुसार 30 मई 2024 को उन्हें एक ग्रुप एडमिन के जरिए व्हाट्सएप ग्रुप से जोड़ा गया। जिसमें स्टॉक मार्केट में रुपये निवेश कर अच्छे रिटर्न की बात बताई गई। इस पर वह बातों में आ गए और 77,500 रुपये बताए गए खातों में ट्रांसफर कर दिए। कई दिन बीत जाने पर भी जब रुपये वापस नहीं हुए तो उन्हें अपने साथ ठगी का एहसास हुआ। पीड़ित ने साइबर सेल के साथ कोतवाली थाने में मामले की शिकायत की। थाना प्रभारी ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर साइबर सेल की मदद से जांच की जा रही है।
अगर आपके साथ साइबर ठगी होती है और आप तीन से चार दिन बाद शिकायत करते हैं तो बहुत कम उम्मीद है कि आपका रुपया आपको मिल जाए। ठगी होने के एक से तीन घंटे महत्वपूर्ण घंटे होते हैं।अगर इस समय आप ठगी की शिकायत कर देते हैं तो आपसे ठगी की रकम आपको वापस मिलने की उम्मीद बढ़ जाती है। अगर आपको लगता है कि आप साइबर ठगी का शिकार हो गए हैं तो आप सबसे पहले नेशनल साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल कर के उसको रिपोर्ट करें।
अपने पास इससे जुड़े हर तरह के सुबूत को एकत्रित कर के रखिए। अगर 1930 पर फोन नहीं उठता है तो साइबर क्राइम की वेबसाइट पर रिपोर्ट करें। जागरुकता के अभाव में आजकल लोगों के साथ तेजी से स्कैम हो रहे हैं। लोग अनजाने में ऐसी लिंक पर क्लिक कर देते हैं या ऐसे एप डाउनलोड कर लेते हैं और फिर उनका सारा निजी डाटा अपराधियों के पास आ जाता है। इसलिए किसी भी लिंक या एप को डाउनलोड करने से पहले ये जरूर जांच ले कि वो लिंक सही है भी या नहीं। साइबर अपराधों के प्रति सतर्क रहे।

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