- दिल्ली के मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर उनके निवास पर एक सार्वजनिक सुनवाई के दौरान हमला
- एक 35 वर्षीय व्यक्ति ने शिकायत के साथ संपर्क करने के बाद थप्पड़ मारा।
- सुरक्षा कर्मियों ने हमलावर को पकड़ लिया, और पुलिस जांच कर रही है।
- सुरक्षा खामियों के बारे में आलोचना और राजनीति में बढ़ती असहिष्णुता को बढ़ाया।
- भाजपा और कांग्रेस ने निंदा की, महिलाओं की सुरक्षा मे चूक को उजागर किया।
- हमलावर राजेश भाई खिमजी वह गुजरात के राजकोट का
नई दिल्ली : 20 अगस्त 2025: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर बुधवार को उनके सरकारी आवास पर आयोजित 'जन सुनवाई' के दौरान हमला हुआ हुआ। एक 35 वर्षीय व्यक्ति शिकायत लेकर पहुंचा था, ने अचानक मुख्यमंत्री को थप्पड़ मार दिया और अभद्रता की.
दिल्ली पुलिस की शुरुआती पूछताछ में हमलावर ने अपना नाम राजेश भाई खिमजी बताया। उसका कहना है कि वह गुजरात के राजकोट का रहने वाला है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता इस घटना के समय आम जनता की समस्याओं को सुन रही थीं। हमलावर ने कुछ कागज़ लेकर सीएम से मिलने का प्रयास किया और फिर अचानक उन पर हमला कर दिया.
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हमला, जन सुनवाई के दौरान शख्स ने मारा थप्पड़ मुख्यमंत्री आवास के अधिकारियों के मुताबिक, जिस समय सीएम जन सुनवाई कर रही थी. उसी समय एक शख्स अपनी शिकायत लेकर वहां पहुंचा. इस दौरान उसने मुख्यमंत्री को थप्पड़ मार दिया. शख्स को हिरासत में ले लिया गया है
सुरक्षा बलों ने तुरंत हस्तक्षेप कर उसे गिरफ्तार कर लिया पुलिस मामले की जांच कर रही है. यह सुरक्षा चूक को दर्शाता है और पुलिस अधिकारियों ने इसे गंभीरता से लिया है।
दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने इस हमले की कड़ी निंदा की और इसे राजनीतिक साजिश का परिणाम बताते हुए कहा कि लोकतंत्र में हिंसा का सहारा लेना अस्वीकार्य है.
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर मुख्यमंत्री आवास पर जनसुनवाई के दौरान हुए हमले पर दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा, "यह बहुत दुखद है। मुख्यमंत्री पूरी दिल्ली का नेतृत्व करती हैं और मुझे लगता है कि ऐसी घटनाओं की जितनी निंदा की जाए, उतनी कम है लेकिन यह घटना महिला सुरक्षा की पोल भी खोलती है। अगर दिल्ली की मुख्यमंत्री ही सुरक्षित नहीं हैं, तो आम आदमी या आम महिला कैसे सुरक्षित रह सकती है?..."
राजधानी दिल्ली में कानून-व्यवस्था को लेकर इस घटना ने नई चर्चा शुरू कर दी है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ने बताया कि यह घटना महिलाओं की सुरक्षा पर भी गंभीर प्रश्न उठाती है. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को इस हमले में कोई गंभीर चोटें नहीं आई हैं लेकिन सदमे में हैं.
यह हमला मुख्यमंत्री की व्यक्तिगत सुरक्षा को प्रभावित कर राजनीति में बढ़ती असहिष्णुता और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा की आवश्यकता को भी उजागर करता है। राजनीतिक दलों को इस बात की गंभीरता को समझते हुए अपने स्तर पर कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि ऐसी घटनाओं को भविष्य में रोका जा सके.