एक अन्य दुर्घटना में पंजाब के आदमपुर से अभ्यास पर नियमित प्रशिक्षण उड़ान पर आगरा जा रहा एक मिग -29 फाइटर जेट तकनीकी खराबी के कारण नवंबर 2024 में एक मैदान में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। दुर्घटना के समय पायलटो ने खुद को सुरक्षित बाहर निकाल लिया था।
यह भारतीय वायुसेना की मिराज 2000 लड़ाकू विमान शिवपुरी के पास दुर्घटना अद्वितीय विमानन इतिहास पर ध्यान केंद्रित करने का अवसर प्रदान करती है। मिराज 2000 डसॉल्ट एविएशन एक फ्रांसीसी एयरोस्पेस कंपनी द्वारा निर्मित है, जिसके पास सैन्य विमान और व्यावसायिक जेट दोनों के निर्माता के रूप में दोहरी विशेषज्ञता है। पिछली शताब्दी में 100 से अधिक प्रोटोटाइप 10,000 सेअधिक विमानों के निर्माण कर 90 देशों को बिक्री कर चुका है ।
मिराज 2000 भारतीय वायुसेना का जंगी विमान अपनी उच्च गति, लचीलेपन और स्टेल्थ क्षमताओं के लिए जाना जाता है। इस विमान का उपयोग युद्ध में हवाई सुरक्षा, भेदी और आसमान में उच्च स्तरीयता सुरक्षा प्रदान करने के लिए किया जाता है। दुर्घटना वायुसेना के पायलट जोखिम प्रबंधित करने में सक्षम है प्रर्दशित करती है । दुर्घटनास्थल पर वायुसेना की टीमों ने त्वरित कार्रवाई कर स्थलीय स्थिति का आकलन और पायलटो की सुरक्षित वापसी प्रमाण है कि भारतीय वायुसेना विभिन्न परिस्थितियों में त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया देने की क्षमतावान है । वायुसेना की प्रशिक्षण प्रक्रियाएँ और सुरक्षा उपाय कितने मजबूत हैं।
मिराज 2000 की दुर्घटना मे पायलटो की सुरक्षित वापसी ने पूरे राष्टृ को आत्मविश्वास और समर्पण का संचार किया है। भारतीय वायुसेना दुनिया की सबसे शक्तिशाली वायुसेनाओं में से एक प्रौद्योगिकी और मानव संसाधनों का मिश्रण है । भविष्य में भारतीय आकाश ऐसी घटनाओं को प्रबंधित सुरक्षित और संरक्षित करने की क्षमता मे विकास की ओर अग्रसर है ।