परियोजना में 3 बड़े पुल, 28 छोटे पुल, 38 अंडरपास, और 6 फ्लाईओवर शामिल
एक्सप्रेसवे पर चार इंटरचेंज और तीन टोल प्लाजा
अपेक्षित टोल शुल्क भी 150 से 175 रुपयों के बीच
कानपुर 18, अप्रैल, 2025
17 अप्रैल 2025: लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे राष्ट्रीय एक्सप्रेसवे-6 (NE-6) उत्तर प्रदेश में लखनऊ और कानपुर को जोड़ने वाला महत्वपूर्ण संरचना प्रोजेक्ट है। इस एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 63 किलोमीटर है और यह 6 लेन का होगा, जिसे भविष्य में 8 लेन तक बढ़ाने की योजना है. जो दोनों शहरों के बीच यात्रा के समय को 45 मिनट से कम करने के लिए निर्धारित है।
4,700 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत के साथ, 8-लेन एक्सप्रेसवे में 18 किलोमीटर का एलिवेटेड सेक्शन और 45 किलोमीटर का ग्रीनफील्ड सेक्शन है।
निर्माण की स्थिति: इस एक्सप्रेसवे का लगभग 80% कार्य पूरा हो चुका है और इसे जुलाई 2025 में चालू करने की योजना है।
यात्रा का समय: वर्तमान में लखनऊ से कानपुर यात्रा करने में 1.5 से 3 घंटे का समय लगता है, जो इस एक्सप्रेसवे के चालू होने के बाद मात्र 35-40 मिनट में संभव होगा।
संरचनाएं: इस परियोजना में 3 बड़े पुल, 28 छोटे पुल, 38 अंडरपास, और 6 फ्लाईओवर शामिल होंगे।
सर्विस रोड और टोल: एक्सप्रेसवे पर चार इंटरचेंज और तीन टोल प्लाजा होंगे। अपेक्षित टोल शुल्क भी 150 से 175 रुपयों के बीच होगा।
लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के औद्योगिक और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इसके खुलने से दोनों शहरों के बीच व्यापार, पर्यटन, और लॉजिस्टिक्स में वृद्धि होने की उम्मीद है। रोड ट्रैफिक में सुधार के साथ, इस एक्सप्रेसवे से ईंधन और समय की बचत होगी, और स्वच्छता तथा सुरक्षा से संबंधित मानकों में भी सुधार होगा।लखनऊ से कानपुर के बीच का यह एक्सप्रेसवे यात्रा के समय को कम कर पूरी क्षेत्र की अवसंरचना और विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा। यह परियोजना उत्तर प्रदेश की प्रति अपनी मेगा इन्फ्रास्ट्रक्चर योजनाओं का हिस्सा है, जिससे राज्य की सड़क यातायात कनेक्टिविटी को विश्व स्तरीय बनाया जा सकेगा.
17 अप्रैल 2025: लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे राष्ट्रीय एक्सप्रेसवे-6 (NE-6) उत्तर प्रदेश में लखनऊ और कानपुर को जोड़ने वाला महत्वपूर्ण संरचना प्रोजेक्ट है। इस एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 63 किलोमीटर है और यह 6 लेन का होगा, जिसे भविष्य में 8 लेन तक बढ़ाने की योजना है. जो दोनों शहरों के बीच यात्रा के समय को 45 मिनट से कम करने के लिए निर्धारित है।
4,700 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत के साथ, 8-लेन एक्सप्रेसवे में 18 किलोमीटर का एलिवेटेड सेक्शन और 45 किलोमीटर का ग्रीनफील्ड सेक्शन है।
निर्माण की स्थिति: इस एक्सप्रेसवे का लगभग 80% कार्य पूरा हो चुका है और इसे जुलाई 2025 में चालू करने की योजना है।
यात्रा का समय: वर्तमान में लखनऊ से कानपुर यात्रा करने में 1.5 से 3 घंटे का समय लगता है, जो इस एक्सप्रेसवे के चालू होने के बाद मात्र 35-40 मिनट में संभव होगा।
संरचनाएं: इस परियोजना में 3 बड़े पुल, 28 छोटे पुल, 38 अंडरपास, और 6 फ्लाईओवर शामिल होंगे।
सर्विस रोड और टोल: एक्सप्रेसवे पर चार इंटरचेंज और तीन टोल प्लाजा होंगे। अपेक्षित टोल शुल्क भी 150 से 175 रुपयों के बीच होगा।
लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के औद्योगिक और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इसके खुलने से दोनों शहरों के बीच व्यापार, पर्यटन, और लॉजिस्टिक्स में वृद्धि होने की उम्मीद है। रोड ट्रैफिक में सुधार के साथ, इस एक्सप्रेसवे से ईंधन और समय की बचत होगी, और स्वच्छता तथा सुरक्षा से संबंधित मानकों में भी सुधार होगा।लखनऊ से कानपुर के बीच का यह एक्सप्रेसवे यात्रा के समय को कम कर पूरी क्षेत्र की अवसंरचना और विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा। यह परियोजना उत्तर प्रदेश की प्रति अपनी मेगा इन्फ्रास्ट्रक्चर योजनाओं का हिस्सा है, जिससे राज्य की सड़क यातायात कनेक्टिविटी को विश्व स्तरीय बनाया जा सकेगा.
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