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फ्रांस के साथ 26 राफेल मरीन फाइटर जेट के लिए ₹63,000 करोड़ के महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर आज भारत में फ्रांस के राजदूत हस्ताक्षर करेंगे

23 अप्रैल को कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी की डील को मंजूरी
राफेल विमानों की पहली खेप की डिलीवरी 2028-29 में शुरू
सभी विमानों की डिलीवरी 2031-32 तक हो जाएगी
भारत ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश देने के लिए कूटनीतिक स्तर के साथ सैन्य सक्रियता
कानपुर 28, अप्रैल, 2025
28, अप्रैल, 2025 नई दिल्ली: भारत और फ्रांस के बीच आज राफेल मरीन की जेट्स करार भारतीय रक्षा मंत्रालय के अधिकारी और भारत में फ्रांस के राजदूत हस्ताक्षर करेंगे. 23 अप्रैल को ही कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी की ओर से इस डील को मंजूरी मिली थी.
भारतीय नौसेना अपने सामरिक क्षमता को बढ़ाने के उद्देश्य से, फ्रांस के साथ 26 राफेल मरीन फाइटर जेट के लिए ₹63,000 करोड़ के महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर करने जा रही है। चीन और पश्चिम में पाकिस्तान के बढ़ते तनाव के बीच। यह सौदा भारतीय सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है,
भारत 22 सिंगल-सीटर और 4 ट्विन-सीटर राफेल मरीन फाइटर जेट इस सौदे के तहत खरीद कर भारतीय विमानवाहक पोत INS विक्रांत और INS विक्रमादित्य पर तैनात किए जाएंगे. यह भारतीय नौसेना के लिए अब तक की सबसे बड़ी रक्षा डील है.
राफेल विमानों की पहली खेप की डिलीवरी 2028-29 में शुरू होगी, और सभी विमानों की डिलीवरी 2031-32 तक हो जाएगी
राफेल-एम करोड तक 3700 किलोमीटर की दूरी तक हमले की क्षमता रखने के साथ ही नवीनतम तकनीक से सुसज्जित है, जैसे कि एंटी-शिप मिसाइलें, जो हवा से जमीन तक वार कर सकती हैं के साथ यह जेट दुश्मन के रडार और मिसाइलों को चकमा देने में सक्षम इलेक्ट्रॉनिक युद्धक क्षमताओं से भी लैस है.
भारत की समुद्री सुरक्षा को यह सौदा मजबूत कर भारतीय वायुसेना के लिए पहले से मौजूद राफेल विमानों से भी संबंध विकसित कर पूरे रक्षा ढांचे में सामंजस्य स्थापित होगा। उम्मीद की जा रही है कि यह सौदा भारत-फ्रांस द्विपक्षीय संबंधों को और अधिक मजबूत करेगा. राफेल मरीन फाइटर जेट्स का यह महत्वपूर्ण सौदा भारतीय नौसेना के लिए सामरिक रूप से अति आवश्यक और यह आने वाले वर्षों में समुद्री ताकत को बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश देने के लिए कूटनीतिक स्तर के साथ सैन्य स्तर पर भी सक्रियता दिखाई है. भारतीय नौसेना ने हाल ही में अरब सागर में अपने विध्वंसक जहाज आईएनएस सूरत से मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल का परीक्षण कर सबको अपनी सैन्य शक्ति का अवलोकन करने के लिये बाध्य कर दिया है कि भारत किसी भी चुनौती का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है.

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