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रमेश चन्द्र कुन्डे व नरेन्द्र खजूरी सदस्य ने एससी-एसटी आयोग लखनऊ कार्यालय में 26 वादों की जन सुनवाई । सत्रों का आयोजन समस्याओं को समझने और समाधान निकालने में मदद

उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आयोग लखनऊ में  जन सुनवाई
कुल 26 लोगों के सामाजिक न्याय के मुकदमों की प्रक्रिया की गई
लोकदल की ओर से सदस्य श्री नरेन्द्र खजूरी जी भी शामिल
प्रक्रिया समाज में समानता और न्याय दिलाने में सहायक व सिद्धांतों को सुदृढ़ बनाती
रमेश चन्द्र कुन्डे कानपुर गोविन्द नगर निवासी  व लोकसभा का चुनाव लड चुके है ।



कानपुर 3, मार्च, 2025
03 मार्च 2025, दिन सोमवार, लखनऊ रमेश चन्द्र कुन्डे सदस्य एससी-एसटी आयोग उत्तर प्रदेश शासन प्रदेश उपाध्यक्ष - एससी-एसटी मंच अपना दल ( एस ) ने सोशल मीडिया पोस्ट पर सूचना दी है आज दिनांक 03 मार्च 2025 दिन सोमवार को लखनऊ स्थित - उ०प्र०अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आयोग के कार्यालय में वादों की जन सुनवाई किया।
26 लोगों के मुकदमों की सुनवाई करते मेरे अलावा राष्ट्रीय लोकदल की ओर से सदस्य श्री नरेन्द्र खजूरी जी भी शामिल रहे । जनसुनवाई के दौरान पूरा आयोग खचाखच फरियादियों से भरा था ।
धन्यवाद। रमेश चन्द्र कुन्डे सदस्य एससी-एसटी आयोग उत्तर प्रदेश शासन प्रदेश उपाध्यक्ष - एससी-एसटी मंच अपना दल ( एस )
 लखनऊ स्थित उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आयोग के कार्यालय में वादों की जन सुनवाई का आयोजन  03 मार्च 2025, दिन सोमवार, को किया गया। इस सुनवाई में कुल 26 लोगों के सामाजिक न्याय के मुकदमों की प्रक्रिया की गई।
सुनवाई के दौरान राष्ट्रीय लोकदल के सदस्य श्री नरेंद्र खजूरी जी भी उपस्थित रहे। यह मिलन हमारी सामूहिक प्रतिबद्धता को दर्शाता है कि हम समाज के कमजोर वर्गों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। ऐसे जन सुनवाई सत्रों का आयोजन सुनवाई के माध्यम से लोगों की समस्याओं को सही तरीके से समझने और उनका समाधान निकालने में मदद करता है।
यह प्रक्रिया न्याय दिलाने में सहायक समाज में समानता और न्याय के सिद्धांतों को भी सुदृढ़ बनाती है। हमें यह समझना होगा कि न्याय की अनुभूति मात्र कानूनी प्रक्रियाओं तक सीमित नहीं बल्कि सामाजिक आवश्यकता है।
इस प्रकार की जन सुनवाई न केवल वादियों को अपनी बात रखने का अवसर प्रदान करती है, बल्कि समाज के प्रति हमारी जिम्मेदारियों का भी बोध कराती है। हमे इस दिशा में निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए, ताकि आगे भी हम सामाजिक न्याय की दिशा में सकारात्मक बदलाव ला सकें।
कानपुर के गोविन्द नगर क्षेत्र के निवासी सामाजिक कार्यकर्ता व लोकसभा का चुनाव भी लड चुके है ।

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