अभियुक्त फर्जी दस्तावेजों से बैंक और हाउसिंग लोन कंपनियों से धोखाधड़ी कर रहे थे।
अब तक लगभग 5 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी कर चुके हैं
अधिकारियों से मिलकर लोन प्राप्त कर मिलने वाली रकम को आपस में बांट लेते थे
कानपुर 20 मार्च 2025,
20 मार्च 2025,लखनऊ- फर्जी दस्तावेज तैयार करने वाले गिरोह का खुलासा विभिन्न प्रकार के फर्जी दस्तावेज बरामद यूनिवर्सिटी की मार्कशीट, सर्टिफिकेट भी शामिल गिरफ्तार अभियुक्त: अल्ताफ राजा, कृष्ण कुमार, और लक्ष्य राठौर
लखनऊ में विशेष कार्यबल (एसटीएफ) ने फर्जी दस्तावेज तैयार करने वाले एक गिरोह का खुलासा कर तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है, जिनमें अल्ताफ राजा, कृष्ण कुमार और लक्ष्य राठौर शामिल हैं। एसटीएफ ने 51 से अधिक विभिन्न प्रकार के फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं, जिनमें यूनिवर्सिटी की मार्कशीट और सर्टिफिकेट भी शामिल हैं।
अभियुक्त फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से बैंक और हाउसिंग लोन कंपनियों से धोखाधड़ी कर रहे थे। ये आरोपी फर्जी आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों का उपयोग करके बैंकों से लोन लेते थे, जिससे वित्तीय संस्थानों को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ.
एक अन्य गिरफ्तारी मे आरोपियों की पहचान आरिफ, विशाल, शिव प्रताप और अर्पित के रूप में हुई है।ये आरोपी अब तक लगभग 5 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी कर चुके हैं. एसटीएफ ने इस मामले की जांच मे पाया कि ये लोग फर्जी प्रॉपर्टी दस्तावेजों, पैन और आधार कार्ड के जरिए फर्जी लोन के लिए बैंकों में आवेदन करते थे।
आरोपी विभिन्न बैंकों में कर्मचारियों के माध्यम से लोन पास कराने में सक्षम थे। ये लोग अधिकारियों से मिलकर लोन की स्वीकृति प्राप्त करते थे और मिलने वाली रकम को आपस में बांट लेते थे। कुछ समय बाद, जब किश्तें चुकाने का समय आता था, तो ये गायब हो जाते थे.एसटीएफ ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए इनको गिरफ्तार किया। उनके पास से 13 मोबाइल फोन, फर्जी आधार कार्ड, एटीएम कार्ड और अन्य सामग्री बरामद की गई। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने बैंकों और वित्तीय संस्थानों के सर्वेयरों और कर्मचारियों के साथ सांठगांठ कर लोन प्राप्त किए थे.
विशेष कार्यबल फर्जीवाड़े की रोकथाम के लिए सक्रिय है और समाज में असुरक्षा और आर्थिक नुकसान पहुचाने वाले रैकेटों का पर्दाफाश कर रही है,यह फर्जीवाड़े के खिलाफ सख्त कार्रवाई की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
विशेष कार्यबल एक विशिष्ट संगठन है जिसे विशिष्ट कार्यों, जैसे कि आतंकवाद, संगठित अपराध, या आपदा प्रबंधन से निपटने के लिए बनाया जाता है। ये बल अक्सर विशेष प्रशिक्षण और उपकरणों से लैस होते हैं और इन्हें तेजी से प्रतिक्रिया देने और उच्च-जोखिम वाले स्थितियों को संभालने के लिए डिज़ाइन किया जाता है। इनका गठन विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए किया जाता है, और इनकी संरचना और अधिकार क्षेत्र भिन्न हो सकते हैं।
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