दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा एम्युनेशन मैन्युफैक्चरिंग कॉम्प्लेक्स
एक साल में 15 करोड़ कारतूस बन चुके
शार्ट रेंज हथियार, कम रेंज की मिसाइल, हल्के एयरक्राफ्ट, तोप के गोले,
एके-47 कार्बाइन और स्नाइपर राइफल आदी का उत्पादन हो रहा है
तोप, मशीनगन, पिस्टल, रिवाल्वर, ग्रेनेड, रॉकेट, मोर्टार बम बनाए जाने हैं
कानपुर 5, मार्च, 2025
कानपुर अडाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी बुधवार को डिफेंस कॉरिडोर में डिफेंस एंड एयरोस्पेस यूनिट कानपुर को देखने पहुंचे। अडाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस के गोला-बारूद कॉम्पलेक्स में इस साल दो लाख लार्ज कैलिबर आर्टिलरी और टैंक एम्युनिशन बनेंगे। इस कॉम्पलेक्स को बने एक साल पूरे हो चुके हैं। यहां एक साल में 15 करोड़ कारतूस बन चुके हैं। यहां पर तोप, मशीनगन, पिस्टल, रिवाल्वर, ग्रेनेड, रॉकेट, मोर्टार बम बनाए जाने हैंइस दौरान उन्होंने यहां पर बन रहे लघु शस्त्र, पिस्टल समेत अन्य हथियारों को देखा। बुलेट के आटोमैटिक प्लांट को भी देखा। शूटिंग रेंज में एलएमजी से फायरिंग करके क्षमता का परीक्षण किया। साढ़ में डिफेंस कॉरिडोर की पहली यूनिट ने काम शुरू कर दिया है। इसे अडाणी डिफेंस ग्रुप ने तैयार किया है। 250 एकड़ में बनकर तैयार इस फैक्ट्री में शार्ट रेंज हथियार, कम रेंज की मिसाइल, हल्के एयरक्राफ्ट, तोप के गोले, एके-47 कार्बाइन और स्नाइपर राइफल आदी का उत्पादन हो रहा है ।।
चेयरमैन गौतम अडाणी यहां बनने वाली आकर्षक और आधुनिक पिस्टल व अन्य हथियारों हथियारों की टेस्टिंग की। उत्पादन की स्थिति का कंपनी के अफसरों के साथ अवलोकन किया।
अडाणी डिफेंस दक्षिण एशिया की सबसे बड़ी रक्षा उत्पादन इकाई है। अडाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस के गोला-बारूद कॉम्पलेक्स में इस साल दो लाख लार्ज कैलिबर आर्टिलरी और टैंक एम्युनिशन बनेंगे। एक साल में 15 करोड़ कारतूस और बनेंगे 2 लाख तोप के गोले बनेंगे
इस कॉम्पलेक्स को एक साल पूरे हो चुके हैं। यहां एक साल में 15 करोड़ कारतूस बन चुके हैं। यहां पर तोप, मशीनगन, पिस्टल, रिवाल्वर, ग्रेनेड, रॉकेट, मोर्टार बम बनाए जा रहे हैं। 40 एमएमआरपी ग्रेनेड राउंड्स, 40 एमएम लो वेलोसिटी एचई ग्रेनेड, सभी प्रकार के एमएम के रॉकेट, सभी प्रकार के एमएम मोर्टार भी हैं।
गोला-बारूद कॉम्पलेक्स के शुभारंभ में आए अडाणी पोर्ट एंड एसईजेड लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी करण अडाणी ने बताया था उनका यह कॉम्पलेक्स 15 महीने में 5 हजार एकड़ में बनकर तैयार हुआ था जो दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा एम्युनेशन मैन्युफैक्चरिंग कॉम्प्लेक्स है।
इसकी क्षमता प्रतिवर्ष 150 मिलियन राउंड एम्युनेशन उत्पादन की है। रायफल, लाइट मशीन गन (एलएमजी), एके-47 और कार्बाइन की गोलियां बनेंगी। अगले चरण में आर्टिलरी गन, गोला-बारूद, तोपें और हैंड ग्रेनेड समेत सेना के जवानों के लिए शस्त्रत्त् व सुविधाओं संबंधित उत्पाद निर्मित होंगे।
26 फरवरी 2024 को बालाकोट हवाई हमले ‘ऑपरेशन बंदर’ की पांचवीं वर्षगांठ पर कानपुर के इस कॉम्पलेक्स का मुख्यमंत्री योगी और रक्षा मंत्री ने शुभारंभ किया था। 2018 में पीएम ने दी थी सौगात 2018 में लखनऊ में हुए यूपी के पहले इन्वेस्टर्स समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश में दो डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग कॉरिडोर की घोषणा की थी।
यूपी में 6 नोड्स की घोषणा में अलीगढ़, आगरा, कानपुर, लखनऊ, झांसी और चित्रकूट शामिल हैं, कानपुर नोड में अडाणी डिफेंस सिस्टम एंड टेक्नोलॉजीस लिमिटेड रक्षा उत्पादों का उत्पादन कर रही है
0 Comment:
Post a Comment