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नीलम चतुर्वेदी महिला मानवाधिकार कार्यकर्ता सखी नामक संस्था कानपुर के पुत्र संयोजक फिल्म निर्देशक निशांत ने मुंबई में सहारा स्टार होटल में की आत्महत्या

नीलम चतुर्वेदी महिला मानवाधिकार कार्यकर्ता को पुत्र बिछोह
निशांत मुंबई में व्हिसलिंगवुड का छात्र बन कर फिल्म निर्देशक बना
कल  पोस्टमार्टम के बाद एक बजे सांताक्रुज के श्मसान में निशांत का दाह संस्कार प्रस्तावित
फोन नं दे रहा हूं (9004793134)जिससे अंतिम संस्कार की पूरी सूचना मिल सकती है
निशांत तुम्हें श्रद्धांजलि!!!!




कानपुर 1, मार्च, 2025 
 मार्च,1  2025 मुंबई 
अभिलाष अवस्थी कार्यकारी अध्यक्ष, महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी में उपसंपादक/धर्मयुग पत्रिका ने सोशल मीडिया पोस्ट पर सूचित किया है कि
कानपुर की ' मजबूत 'नेत्री नीलम चतुर्वेदी को पुत्र बिछोह में बिलखते देख कांप गया मैं
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छात्र जीवन से ही मैंने कानपुर में एक युवती को मजदूरों, पराश्रित कमजोर महिलाओं के लिए संघर्ष करते देखा।धीरे धीरे गंगा में बहुत जल बह गया। मैं ' धर्मयुग ' पत्रिका में मुंबई आ गया और उस युवती द्वारा लोगों के लिए संघर्ष की खबरें मुझ तक आती रहीं। मन खुश होता रहा...कि कानपुर की एक युवती कानपुर...से पूरे भारत ..और फिर विदेशों तक में महिलाओं को मजबूत करने के लिए आमंत्रित की जाने लगीं। मेरे समेत पूरा कानपुर उनके इस व्यक्तित्व के प्रति आदर से भरता रहा।मेरी उनसे यदा-कदा फोन पर बात होती रही।यह संघर्षरत युवती किसी की बहन बनती, किसी की पुत्री..बन शहर की लाड़ली बन गयी। इस युवती नीलम चतुर्वेदी ने सखी नामक एक संस्था बनाकर दुनिया की तमाम महिलाओं के लिए संघर्ष करने का अभियान जारी रखा। उनका एक पुत्र मुंबई में व्हिसलिंगवुड का छात्र बन कर फिल्म निर्देशक बन गया। वह मुझसे यदाकदा मिलता रहता या फोन पर बात करता रहता।
@ कल कानपुर के एक नेता अतहर नईम के फेसबुक से मालूम पड़ा कि उनके पुत्र ने सहारा स्टार होटल में आत्महत्या कर ली।
फिर कानपुर से कई लोगों के फोन आते रहे, मालूम पड़ा कि नीलम चतुर्वेदी इस आघात के तुरंत बाद अपनी पुत्री प्राची और दामाद अनुज के साथ मुंबई निकल आयीं। आज नीलम चतुर्वेदी से मुंबई में मिला।एक मजबूत नेत्री का मां बन कर बार बार बिलख उठना उदास बनाता चला गया।
@ कल कूपर अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद लगभग एक बजे सांताक्रुज के श्मसान में निशांत का दाह संस्कार होगा ‌। नीलम जी के मना करने के बावजूद भी मैं उनका चित्र पोस्ट कर रहा हूं। .... निशांत तुम्हें श्रद्धांजलि!!!!
( शेष कल ....)
@ मैं एक फोन नं दे रहा हूं (9004793134)जिससे अंतिम संस्कार की पूरी सूचना मिल सकती है।
नीलम चतुर्वेदी कानपुर, उत्तर प्रदेश एक भारतीय महिला मानवाधिकार रक्षक और कार्यकर्ता हैं। वह भारत में लिंग और जाति हिंसा के बारे में जागरूकता पैदा करने और महिलाओं के खिलाफ हिंसा का मुकाबला करने के लिए नेटवर्क बनाने के लिए काम करती है। वह क्षमता निर्माण के माध्यम से लोकतांत्रिक संस्थानों में भाग लेने की महिलाओं की क्षमता को बढ़ाना चाहती है और बाल श्रम में शामिल बच्चों और बच्चों के लिए पुनर्वास और परामर्श सेवाओं को बढ़ावा देना चाहती है। उन्होंने अपने क्षेत्र में पहली महिला आश्रय की स्थापना की और अपने समुदाय में महिलाओं की हिंसा और यौन उत्पीड़न के खिलाफ अभियान चलाया। महिलाओं के अधिकारों के लिए उनके काम को एमनेस्टी इंटरनेशनल द्वारा उजागर किया गया है।
1970 के दशक में एक ट्रेड यूनियन कार्यकर्ता के रूप में वह महिलाओं के मुद्दों पर काम करने में शामिल हो गईं ट्रेड यूनियन आंदोलन और समग्र रूप से भारतीय समाज में। उन्होंने महिला कार्यकर्ताओं को संगठित किया शारीरिक और मानसिक हिंसा, दहेज प्रथा, बलात्कार, वेश्यावृत्ति और यौन उत्पीड़न के मुद्दों को उठाएं।
वह महिला मंच, सखी केंद्र और महिला संगठनों के राष्ट्रीय गठबंधन सहित भारतीय महिला संगठनों की संस्थापक या सह-संस्थापक हैं।
वह महिला संगठनों के राष्ट्रीय गठबंधन (NAWO) की एक मुख्य सदस्य हैं[5] और NAWO की भारतीय महिला संसद में विपक्ष की नेता (डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए)।

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