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कानपुर के मूल निवासी व मुम्बई प्रवासित वरिष्ठ पत्रकार श्री अभिलाष अवस्थी द्वारा खेल संपादक जनसत्ता सुरेश कौशिक (72) के निधन पर शोक संदेश प्रेषित

 खेल संपादक जनसत्ता सुरेश कौशिक (72) का निधन

निधन कुंभस्नान से लौटते समय निमोनिया से संक्रमित होने के परिणामस्वरूप
नब्बे वर्षीय पिता टाइम्स ऑफ़ इंडिया खेल पत्रकार को अपने पुत्र की अनुपस्थिति का दुःख
सुरेश जी का निधन व्यक्ति नहीं एक समर्पित पत्रकारिता के युग का अंत
हम सभी उनके प्रशंसक परिवार के दुख को साझा करते हैं।
वरिष्ठ समीक्षक एवं खेल पत्रकार सुरेश कौशिक को भावभीनी श्रद्धांजलि

 
कानपुर 24, फरवरी, 2025
फरवरी 23, 2025 कानपुर सुरेश कौशिक (72) का निधन उन्हें जानने वाले सभी लोगों को एक गहन आघात है। उनका निधन कुंभस्नान से लौटते समय निमोनिया से संक्रमित होने के परिणामस्वरूप हुआ, और आज दोपहर दिल के दौरे ने उनका जीवन छीन लिया। उनकी शालीनता और मेहनत हमेशा प्रेरणा का स्रोत बनी। वे कार्य में पूर्ण रूप से लिप्त रहते थे, जिससे यह सिद्ध होता है कि वे अपने पेशे के प्रति कितने समर्पित थे।सुरेशजी ने जनसत्ता में खेल संपादक के रूप में कार्य किया। सुरेशजी के पिता , केवल कौशिक जी, जिन्होंने टाइम्स ऑफ इंडिया में खेल पत्रकारिता में उल्लेखनीय नाम कमाया है, इस दुःख में विशेष रूप से अभिभूत हैं। नब्बे पार की आयु में पहुँचकर वे अपने पुत्र की अनुपस्थिति को सहन करने की कठिनाई का सामना कर रहे हैं। यह स्थिति उनके पूरे परिवार के लिए अत्यंत कठिन है। हम सुरेशजी की स्मृति को नमन करते हैं। उनका योगदान और उनके द्वारा स्थापित मानक हमेशा हमारे मन में जीवित रहेंगे। शोक के इस क्षण को सहन करना आवश्यक है सुरेश जी का निधन व्यक्ति नहीं एक समर्पित पत्रकारिता के युग का अंत है, जो हमारे समाज को खेल के क्षेत्र में नई दृष्टि प्रदान करता था।
कानपुर के मूल निवासी व मुम्बई प्रवासित वरिष्ठ पत्रकार श्री अभिलाष अवस्थी ने खेल संपादक जनसत्ता के निधन पर सोशल मीडिया पर निम्न शोक संदेश प्रेषित किया है ।
सुरेश कौशिक (72) के निधन की ख़बर सदमे वाली है। कुंभस्नान को गए, वापसी में निमोनिया हो गया, आज दोपहर दिल के दौरे में जान चली गई।
वे जनसत्ता में हमारे खेल संपादक थे। शालीन और मेहनती। हरदम काम में लगे रहते थे। उनके पिता केवल कौशिक जी पर कैसी गुजरी होगी, जिन्होंने टाइम्स ऑफ़ इंडिया में खेल पत्रकारिता में नाम कमाया और अभी नब्बे पार की आयु में हैं।
सुरेशजी की स्मृति को नमन। केवलजी और परिजन इस सदमे को झेल सकें। हालाँकि कहना आसान है; जिन पर गुजरे वही जान पाते हैं।
वह अंत तक खेल से प्रेम करते रहे। उनके निधन के साथ, एक उत्साही खेल प्रेमी और बहुमुखी व्यक्तित्व वाले व्यक्ति का निधन हो गया, जिन्होंने अपने लेखन और समीक्षाओं के माध्यम से खेल प्रेम साहित्य में बहुमूल्य योगदान दिया। उनकी आत्मा को शांति मिले, यही हमारी ईश्वर से प्रार्थना है। हम सभी उनके प्रशंसक परिवार के दुख को साझा करते हैं। वरिष्ठ समीक्षक एवं खेल पत्रकार सुरेश कौशिक को भावभीनी श्रद्धांजलि देते है ।

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