https://www.canva.com/design/DAGV7dS4xDA/LuuDh4LOA2wcvtaTyYmIig/edit?utm_content=DAGV7dS4xDA&utm_campaign=designshare&utm_medium=link2&utm_source=sharebutton

Search This Blog

Times of India

Law Logic Learner

प्रयागराज भारी वाहनों पर प्रतिबंध से खाद्य स्वास्थ सेवाये व दवा आपूर्ति प्रभावित, तत्काल सैन्य सेवाओ को सचांलन की जिम्मेदारी सौप कर स्थित का नियन्त्रण आपेक्षित

 प्रयागराज भारी वाहनों पर प्रतिबंध से खाद्य स्वास्थ सेवाये व  दवा आपूर्ति प्रभावित

शहर से करीब 20-30 किलोमीटर दूर  खाद्य सामग्री और दवाओं से लदे  वाहन खडे 
बीपी, शुगर, सर्दी, बुखार और टीबी जैसी बीमारियों की दवाओं का  90 फीसदी स्टॉक खत्म 
पेट्रोल पंपों पर रविवार शाम आपूर्ति बाधित प्रशासन के  हस्तक्षेप से सोमवार को  नियंत्रण 
तत्काल सैन्य सेवाओ को सचांलन की जिम्मेदारी सौप कर स्थित का नियन्त्रण आपेक्षित 
महापर्व से देश व प्रदेश की खुशहाली बहल होगी स्थिति सामान्य है  
तिहायी आबादी अन्य धर्मो के नागरिक नाविक व दुकानदार श्रद्धालुओं की तन मन धन से सेवारत   

कानपुर 11 फरवरी, 2025 
प्रयागराज: 10 फरवरी, 2025  महाकुंभ के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के कारण राजमार्गों पर अभूतपूर्व  जाम के कारण शहर के अंदर भारी वाहनों की  नो-एंट्री लागू होने से संगम नगरी में आटा, दाल, चावल, तेल, चीनी और स्वास्थ सेवाये व दवा आपूर्ति  पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है. एक-दो दिन में भारी वाहन नहीं पहुंचे तो इन  सामानों का स्टॉक  खत्म हो जायेगा।मेला क्षेत्र में  खराब होने वाली वस्तुओ सब्जियों की  थोक कीमतो में भारी गिरावट आई है।
व्यापारियों ने जिलाधिकारी से मांग की है कि उनके दस्तावेज जांच कर शहर में वाहनों को प्रवेश की अनुमति दी जाए।  25 जनवरी से शहर में भारी वाहनों की नो एंट्री लागू की गई थी। 1 और 5 फरवरी की रात को कुछ वाहनों को प्रवेश की अनुमति दी गयी और फिर से नो-एंट्री  लागू कर दी गयी। शहर से करीब 20-30 किलोमीटर दूर भारी वाहनों के रुकने से आटा, चावल, शक्कर, दाल, मैदा, सूजी, मावा और तेल आदी खाद्य सामग्री और दवाओं से लदे ट्रक  खडे हैं। आवश्यक सामग्री  शहर नहीं पहुंच पा रही हैं। व्यापारी संघ के अध्यक्ष के अनुसार सामान्य दिनों में  25-30 ट्रक आते थे अब एक भी ट्रक नहीं आ रहा है ।
 "अगर ट्रकों को  शहर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाती है  तो ग्राहकों को माल की आपूर्ति बन्द हो जायेगी। एक अन्य थोक विक्रेता के अनुसार  महाकुंभ मेले में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने से भारी वाहनों का प्रवेश रोकना उचित है  परन्तु कारोबारी गतिविधियों को  राहत दे कर आवश्यक सामान समय पर पहुंचना सुनिश्चित करना आवश्यक है । इलाहाबाद केमिस्ट एंड ड्रग एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष के अनुसार "सामान्य दिनों में लखनऊ, वाराणसी, कानपुर के साथ-साथ दिल्ली से 18-20 ट्रक आते थे परन्तु प्रवेश नहीं होने के कारण 25 जनवरी से दवा ले जाने वाले वाहन नहीं आ पा रहे हैं।  बीपी, शुगर, सर्दी, बुखार और टीबी जैसी बीमारियों की दवाओं का  90 फीसदी स्टॉक खत्म हो गया है।
सोमवार को लीडर रोड पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण दवाओं की सबसे बड़ी थोक मंडी बंद रही। मुंडेरा  फल एवं सब्जी मंडी व्यापार बोर्ड के अनुसार दूसरे राज्यों से आने वाले फल और सब्जी ले जा रहे वाहनों को भी रोका जा रहा है। ग्रामीण इलाकों के पेट्रोल पंपों पर भी रविवार शाम को पेट्रोल की आपूर्ति बाधित हो गयी थी जिला प्रशासन के  हस्तक्षेप से सोमवार को स्थिति नियंत्रण में आ गई।
सोशल मीडिया पोस्ट के अनुसार 100 करोड़ की व्यवस्था का आलम ये है कि महाकुंभ के लिए जाने वाले रास्तों पर भीषण जाम है। लोग घंटों से सड़कों पर खड़े हैं लेकिन गाड़ी कुछ मीटर ही बढ़ पाती है। जाम से हालात खराब हैं। लोग 30-30 घंटे में भी प्रयागराज नहीं पहुंच पा रहे हैं।
तत्काल सैन्य सेवाओ को सचांलन की जिम्मेदारी सौप कर स्थित का नियन्त्रण आपेक्षित है ।
तिहायी आबादी अन्य धर्मो के नागरिक नाविक व दुकानदार श्रद्धालुओं की तन मन धन से सेवारत है  महापर्व से देश व प्रदेश की खुशहाली बहल होगी स्थिति सामान्य है  

0 Comment:

Post a Comment

Site Search