• विचाराधीन कैदी अनिल कुमार द्विवेदी की निर्मम हत्या एक दुखद घटना
• अनिल की मौत जेल कर्मचारियों द्वारा 200 रुपये की अवैध वसूली का विरोध करने पर
• परिजनों नका जेल प्रशासन पर हत्या का आरोप , जेलर, डिप्टी जेलर और अन्य निलंबित
• कांग्रेस पार्टी ने परिवार को सहायता राशि और न्याय की लड़ाई में मदद का आश्वासन दिया।
• न्यायिक जांच के आदेश बंदियों के साथ अमानवीय व्यवहार और भ्रष्टाचार की ओर इशारा
• न्यायिक जांच के आदेश बंदियों के साथ अमानवीय व्यवहार और भ्रष्टाचार की ओर इशारा
कानपुर :18 सितम्बर, 2025
18 सितम्बर, 2025: हमीरपुर जिला जेल में अनिल कुमार द्विवेदी की निर्मम हत्या की घटना अत्यंत दुःखद और निंदनीय है। हाल ही में इस मामले पर व्यापक चर्चा और विरोध प्रदर्शन हुए हैं। अनिल, जो कि एक विचाराधीन कैदी था, को जेल में आरोपों के अनुसार हत्या की गई। परिजनों और कई रिपोर्टों के मुताबिक, उसे बेरहमी से पीटा गया था, जिसके कारण उसकी मौत हो गई।
अनिल कुमार द्विवेदी, जिनकी उम्र 33 वर्ष थी, को 11 सितंबर 2025 को जेल में भेजा गया था। वह एससी/एसटी एक्ट के एक मामले में वांछित था। यह बताया गया है कि जेल के कर्मचारियों ने 200 रुपये की अवैध वसूली का विरोध करने पर उसकी पिटाई की, जिससे उसकी मौत हो गई।
अनिल के पिता और पत्नी ने सामूहिक आरोप लगाया कि जेल प्रशासन ने ने जानबूझकर उनकी हत्या की। पत्नी ने तहरीर के माध्यम से प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, जिसमें जेलर, डिप्टी जेलर और अन्य पर आरोप लगाए गए। परिजनों ने जब शव देखा, तो उसमें कई चोटों के निशान थे, जिससे उनके द्वारा हत्या का आरोप मजबूती से लगाया गया。
कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और उन्हें 50,000 रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि उनकी पार्टी न्याय की लड़ाई में हर संभव मदद करेगी।
जेल प्रशासन ने आरोपों के मद्देनजर विभागीय कार्रवाई की है, जिसमें जेलर, डिप्टी जेलर और अन्य कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही, जेल प्रशासन ने इस मामले की न्यायिक जांच के आदेश भी दिए हैं।
यह घटना न्याय के लिए एक बड़ा प्रश्न चिन्ह खड़ा कर जेलों में बंदियों के साथ अमानवीय व्यवहार और भ्रष्टाचार की ओर भी इशारा करती है। भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। इस मामले में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
18 सितम्बर, 2025: हमीरपुर जिला जेल में अनिल कुमार द्विवेदी की निर्मम हत्या की घटना अत्यंत दुःखद और निंदनीय है। हाल ही में इस मामले पर व्यापक चर्चा और विरोध प्रदर्शन हुए हैं। अनिल, जो कि एक विचाराधीन कैदी था, को जेल में आरोपों के अनुसार हत्या की गई। परिजनों और कई रिपोर्टों के मुताबिक, उसे बेरहमी से पीटा गया था, जिसके कारण उसकी मौत हो गई।
अनिल कुमार द्विवेदी, जिनकी उम्र 33 वर्ष थी, को 11 सितंबर 2025 को जेल में भेजा गया था। वह एससी/एसटी एक्ट के एक मामले में वांछित था। यह बताया गया है कि जेल के कर्मचारियों ने 200 रुपये की अवैध वसूली का विरोध करने पर उसकी पिटाई की, जिससे उसकी मौत हो गई।
अनिल के पिता और पत्नी ने सामूहिक आरोप लगाया कि जेल प्रशासन ने ने जानबूझकर उनकी हत्या की। पत्नी ने तहरीर के माध्यम से प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, जिसमें जेलर, डिप्टी जेलर और अन्य पर आरोप लगाए गए। परिजनों ने जब शव देखा, तो उसमें कई चोटों के निशान थे, जिससे उनके द्वारा हत्या का आरोप मजबूती से लगाया गया。
कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और उन्हें 50,000 रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि उनकी पार्टी न्याय की लड़ाई में हर संभव मदद करेगी।
जेल प्रशासन ने आरोपों के मद्देनजर विभागीय कार्रवाई की है, जिसमें जेलर, डिप्टी जेलर और अन्य कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही, जेल प्रशासन ने इस मामले की न्यायिक जांच के आदेश भी दिए हैं।
यह घटना न्याय के लिए एक बड़ा प्रश्न चिन्ह खड़ा कर जेलों में बंदियों के साथ अमानवीय व्यवहार और भ्रष्टाचार की ओर भी इशारा करती है। भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। इस मामले में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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