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संत कबीर क्षेत्रीय राज्य हथकरघा पुरस्कार चयन समिति: 43 प्रविष्टियों से 3 का चयन : रफीक अंसारी को पहला, फरहीन को दूसरा और खालिद परवेज को तीसरा पुरस्कार:डीएम ने कारीगरों की प्रशंसा की

• संत कबीर क्षेत्रीय राज्य हथकरघा पुरस्कार चयन समिति: 43 प्रविष्टियों से 3  का चयन 
• रफीक अंसारी  पहला, फरहीन  दूसरा और खालिद परवेज तीसरा पुरस्कार
• योजना हथकरघा बुनकरों के कौशल को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा
• विजेताओं को राज्य स्तरीय प्रदर्शनी में प्रतिस्पर्धा करने का अवसर मिलेगा.
• योजना हथकरघा बुनकरों के कौशल को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा
• विजेताओं को राज्य स्तरीय प्रदर्शनी में प्रतिस्पर्धा करने का अवसर मिलेगा.
• योजना हथकरघा बुनकरों के कौशल को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा
• विजेताओं को राज्य स्तरीय प्रदर्शनी में प्रतिस्पर्धा करने का अवसर मिलेगा.

कानपुर : 25 सितंबर 2025
कानपुर: संत कबीर राज्य हथकरघा पुरस्कार योजना के अंतर्गत क्षेत्रीय हथकरघा पुरस्कार चयन समिति ने कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक आयोजित की गई, जिसमें क्षेत्रीय हथकरघा पुरस्कार चयन समिति ने विभिन्न प्रविष्टियों का जायज़ा लिया। समिति ने 43 प्रविष्टियों में से तीन उत्कृष्ट नमूनों का चयन किया। जो कारीगर इस प्रक्रिया में सफल रहे, उनमें रफीक अंसारी को पहला पुरस्कार, फरहीन को दूसरा पुरस्कार और खालिद परवेज को तीसरा पुरस्कार प्रदान किया गया.
यह पुरस्कार योजना राज्य सरकार द्वारा स्थापित की गई है, जिसका मुख्य उद्देश्य हथकरघा बुनकरों के कौशल को प्रोत्साहित करना और उन्हें मान्यता देना है। संभागीय स्तर पर मिलने वाले पुरस्कार की राशि निम्नलिखित है: पहले पुरस्कार के लिए 20,000 रुपये, दूसरे के लिए 15,000 रुपये, और तीसरे के लिए 10,000 रुपये। विजेताओं को राज्य स्तरीय प्रदर्शनी में अन्य विजेताओं के साथ प्रतिस्पर्धा करने का अवसर मिलेगा, जहां पहले पुरस्कार की राशि 1 लाख रुपये, दूसरे की 50,000 रुपये, और तीसरे की 25,000 रुपये है.
इस योजना का क्रियान्वयन बुनकरों की आर्थिक और सामाजिक स्थिति में सुधार के उद्देश्य से किया जा रहा है, जिससे उन्हें उच्च गुणवत्ता वाले हथकरघा वस्त्र बनाने की प्रेरणा मिले। इस क्षेत्र में कार्यरत कारीगरों को चुनौतियों के बावजूद 
पुरस्कार और प्रोत्साहन देकर उद्योग को आगे बढ़ाने की कोशिश की जा रही है.
डीएम ने इस अवसर बैठक को संबोधित करते कारीगरों की प्रशंसा की और कहा: "जिले के बुनकरों द्वारा उत्पादित हथकरघा वस्त्रों ने न केवल देश में, बल्कि विदेशों में भी एक विशिष्ट पहचान स्थापित की है।" यह स्वीकार कि उनके निर्यात से विदेशी मुद्रा भी उत्पन्न होती है और जिले का नाम रोशन होता है।, इससे उनके काम की महत्ता और बढ़ जाती है.
संत कबीर राज्य हथकरघा पुरस्कार योजना हथकरघा कारीगरों की मेहनत और कला को मान्यता देने के साथ-साथ उनके विकास और समृद्धि के लिए एक सशक्त कदम है, जिससे भारतीय हथकरघा क्षेत्र की विविधता और समृद्धि को बढ़ावा मिलता है.
डीएम ने इस अवसर बैठक को संबोधित करते कारीगरों की प्रशंसा की और कहा: "जिले के बुनकरों द्वारा उत्पादित हथकरघा वस्त्रों ने न केवल देश में, बल्कि विदेशों में भी एक विशिष्ट पहचान स्थापित की है।" यह स्वीकार कि उनके निर्यात से विदेशी मुद्रा भी उत्पन्न होती है और जिले का नाम रोशन होता है।, इससे उनके काम की महत्ता और बढ़ जाती है.
संत कबीर राज्य हथकरघा पुरस्कार योजना हथकरघा कारीगरों की मेहनत और कला को मान्यता देने के साथ-साथ उनके विकास और समृद्धि के लिए एक सशक्त कदम है, जिससे भारतीय हथकरघा क्षेत्र की विविधता और समृद्धि को बढ़ावा मिलता है.
डीएम ने इस अवसर बैठक को संबोधित करते कारीगरों की प्रशंसा की और कहा: "जिले के बुनकरों द्वारा उत्पादित हथकरघा वस्त्रों ने न केवल देश में, बल्कि विदेशों में भी एक विशिष्ट पहचान स्थापित की है।" यह स्वीकार कि उनके निर्यात से विदेशी मुद्रा भी उत्पन्न होती है और जिले का नाम रोशन होता है।, इससे उनके काम की महत्ता और बढ़ जाती है.
संत कबीर राज्य हथकरघा पुरस्कार योजना हथकरघा कारीगरों की मेहनत और कला को मान्यता देने के साथ-साथ उनके विकास और समृद्धि के लिए एक सशक्त कदम है, जिससे भारतीय हथकरघा क्षेत्र की विविधता और समृद्धि को बढ़ावा मिलता है.

संत कबीर राज्य हथकरघा पुरस्कार योजना का विस्तृत विवरण

हथकरघा बुनकरों के बीच प्रतिस्पर्धा पैदा करके उन्हें उच्च गुणवत्ता वाले हथकरघा वस्त्र बनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। यह योजना हथकरघा बुनकरों को प्रोत्साहित करने तथा बुनकरों की आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति में सुधार लाने, उनकी उत्पादकता बढ़ाने और गुणवत्ता में सुधार लाने के उद्देश्य से चलाई जा रही है। वर्तमान में बढ़ती प्रतिस्पर्धा और तकनीकी विकास के अनुसार वस्त्रों के विविधीकरण और परिवर्तन के परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए हथकरघा उद्योग में कार्यरत बुनकरों को सहायता, समर्थन, प्रोत्साहन और पुरस्कार प्रदान करने के लिए यह योजना क्रियान्वित की जा रही है।

योजना की रूपरेखा और लाभार्थियों को देय राशि

सर्वप्रथम क्षेत्रीय सहायक आयुक्त हथकरघा अपने क्षेत्रीय कर्मचारियों के साथ इस योजना का प्रचार-प्रसार करेंगे, कैम्प लगाकर पम्पलेट पोस्टर वितरित करेंगे तथा तत्पश्चात समाचार-पत्रों में विज्ञापन प्रेस विज्ञप्ति जारी कर निर्धारित अवधि में नमूने प्रस्तुत करने के लिए कहेंगे। क्षेत्रीय अधिकारी चयन से पूर्व स्क्रीनिंग करेंगे तथा यह सुनिश्चित करेंगे कि प्राप्त नमूना हथकरघा पर ही निर्मित है। तत्पश्चात उसे क्षेत्रीय चयन समिति के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। क्षेत्र स्तरीय हथकरघा पुरस्कार चयन समिति की बैठक आयोजित कर प्रथम, द्वितीय तृतीय पुरस्कार का चयन किया जाएगा। तत्पश्चात पुरस्कृत नमूना, जोन स्तरीय चयन समिति की कार्यवाही पूर्ण विवरण सहित राज्य स्तरीय हथकरघा पुरस्कार चयन समिति के समक्ष प्रस्तुत करने के लिए निदेशालय को भेजा जाएगा।

. जोन स्तरीय हथकरघा पुरस्कार हेतु देय राशि :-

क्षेत्रीय स्तर पर चयनित बुनकरों को पुरस्कृत करने के लिए निम्नानुसार बजट की आवश्यकता होगी:-

पुरस्कार श्रेणी

ईनाम का पैसा

क्षेत्रों में चयनित बुनकरों की संख्या

क्षेत्र स्तरीय पुरस्कार की कुल राशि

प्रथम

INR 20,000

बुनकर संख्या 13

INR 2,60,000

द्वितीय

INR 15,000

बुनकर संख्या 13

INR 1,95,000

तृतीय

INR 10,000

बुनकर संख्या 13

INR 1,30,000

कुल

बुनकर संख्या 39

INR 5,58,000

. राज्य स्तरीय हथकरघा पुरस्कार
राज्य स्तरीय पुरस्कार चार श्रेणियों में दिए जाएंगे निदेशालय द्वारा प्राप्त नमूनों को राज्य स्तरीय पुरस्कार के लिए चार श्रेणियों में रखा जाएगा।
  •  श्रेणी -1 साड़ी, ब्रोकेड, ड्रेस मटेरियल।
  •  श्रेणी -2 सूती गलीचे, ऊनी गलीचे, रेशमी गलीचे और कालीन
  • श्रेणी -3 बेडशीट, बेड कवर, होम फर्निशिंग।
  •  श्रेणी -4 स्टोल, दुपट्टा, गमछा और अन्य।
योजना के तहत लाभार्थियों के चयन की प्रक्रिया नीचे दिए अनुसार दर्शाई गई है

पुरस्कार श्रेणी

ईनाम का पैसा

क्षेत्रों में चयनित बुनकरों की संख्या

क्षेत्र स्तरीय पुरस्कार की कुल राशि

प्रथम

INR 1,00,000

बुनकर संख्या 4

INR 4,00,000

द्वितीय

INR 50,000

बुनकर संख्या 4

INR 2,00,000

तृतीय

INR 25,000

बुनकर संख्या 4

INR 1,00,000

कुल

बुनकर संख्या 12

INR 7,00,000


योजना के अंतर्गत लाभार्थियों के चयन की प्रक्रिया

क्षेत्रीय/राज्य स्तरीय पुरस्कारों के चयन के समय निम्नलिखित बिन्दुओं पर विशेष जोर दिया जाएगा।
बुनकरों की प्रारंभिक पृष्ठभूमि और हथकरघा के क्षेत्र में विशेष योगदान जैसे डिजाइन, बुनाई तकनीक, रंगों का संयोजन और उपयोग तथा प्रसंस्करण आदि। डिजाइन और उत्पादन विकास (विशेष रूप से निर्यात योग्य वस्त्र)। हथकरघा उत्पाद विविधीकरण और हथकरघा उद्योग के विकास के क्षेत्र में किए गए कार्यों का विवरण। समाचार पत्र/किसी अन्य माध्यम से बुनकरों का प्रचार-प्रसार और प्रगति विवरण।
कार्यान्वयन प्रणाली
क्षेत्रीय अधिकारियों से स्क्रीनिंग के बाद क्षेत्रीय स्तरीय समिति द्वारा चयनित एवं अनुशंसित आवेदनों को राज्य पुरस्कार चयन समिति के समक्ष रखा जाएगा। बुनकर/डिजाइनर/मास्टर बुनकर राज्य स्तर पर चयन के लिए सीधे निदेशालय को अपने नमूने भेज सकते हैं। आवेदन पत्र को माजंदिंदचनपद पोर्टल पर भी अपलोड किया जाएगा।

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