• दिल्ली के रामलीला मैदान में कांग्रेस ने कथित वोट चोरी के खिलाफ एक विशाल रैली का आयोजन
• राजद सांसद मनोज झा ने कहा कि असली मुद्दा निष्पक्ष चुनाव से ध्यान भटका या जा रहा है।
• भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि रैली विफल होगी
• कांग्रेस के अजय कुमार लल्लू ने भाजपा सरकार को 'वोट चोरी की सरकार' बताया।कानपुर 14 दिसम्बर 2025
नई दिल्ली: 14 दिसम्बर 2025: कांग्रेस पार्टी ने कथित चुनाव हेरफेर ("वोट चोरी") के विरोध में दिल्ली के रामलीला मैदान में बड़ी रैली कीकांग्रेस की राजधानी दिल्ली के रामलीला मैदान में 'वोट चोर गद्दी छोड़' रैली थोड़ी देर में शुरू हो जाएगी। देशभर से आए कार्यकर्ताओं का रामलीला मैदान पहुंचना शुरू हो गया है।
लेखराज गुर्जर हिंडोली बूंदी @LekharajaB76180 5h
मैं बहुत सालों के बाद देख रहा हूं कांग्रेस में इतनी बड़ी रैली होने जा रही हैं! दिल्ली रामलीला मैदान के अंदर" 2 दिन से लोग दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं पूरा शहर जाम पड़ा हुआ हैं! पूरे शहर में लोग ही लोग दिखाई दे रहे हैं दिल्ली के छोटे-मोटे पूरे होटल बुक हैं! ~अशोक वानखेड़े
News24@news24tvchannel·3h
"रैली के जरिए कांग्रेस घुसपैठियों को बचाने की कवायद कर रही है" ◆ दिल्ली में होने वाली कांग्रेस की महारैली को लेकर बीजेपी के सांसद संबित पात्रा ने कहा ◆ कांग्रेस आज तथाकथित वोट चोरी और 'SIR' को लेकर दिल्ली के रामलीला मैदान में 'महारैली' कर रही है
Dr. Vikash Choudhary@DrVikasAjmer ·5h
वोट चोर - गद्दी छोड़' जनता के अधिकारों की चोरी के खिलाफ आज आप भी आइए और अपने हक और अधिकारों के लिए आवाज उठाइए।
कांग्रेस पार्टी ने दिल्ली के रामलीला मैदान में 14 दिसंबर 2025 को एक विशाल रैली का आयोजन किया, जिसका मुख्य उद्देश्य कथित "वोट चोरी" और चुनावी धांधलियों के खिलाफ विरोध करना था। इस रैली में कांग्रेस के प्रमुख नेता, जैसे राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे, सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भाग लिया।
रैली की तैयारी और उद्देश्य
इस रैली का आयोजन कांग्रेस पार्टी द्वारा किए गए आरोपों के समर्थन में किया गया, जिसमें बताया गया कि चुनाव प्रक्रिया में गंभीर अनियमितताएं हो रही हैं और सरकार तथा चुनाव आयोग की मिलीभगत से लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर किया जा रहा है। इसमें कांग्रेस ने स्पष्ट किया कि यह एक जन आंदोलन का हिस्सा है, जो संसद से सड़क तक जारी रहेगा।
रैली के मुख्य बिंदु
मुख्य संबोधन: राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने रैली में बोलते हुए सरकार पर आंतरिक हमले किए और चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि हाल की चुनावी प्रक्रियाओं में कई अनियमितताएँ पाई गई हैं।
ज्ञापन सौंपना: रैली के बाद पार्टी ने राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपने की योजना बनाई, जिसमें वोटर लिस्ट में हेरफेर और चुनावी प्रक्रिया पर उठाए गए सवालों के बारे में जानकारी दी जाएगी।
राजनीतिक संदर्भ और प्रतिक्रिया
भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस के आचरण की आलोचना की और आरोप लगाया कि कांग्रेस हार के बाद ही ईवीएम और मतदान प्रक्रिया पर सवाल उठाती है। भाजपा ने कहा कि यह दूसरा दलों को बदनाम करने का प्रयास है।
कांग्रेस ने यह भी बताया कि इस रैली में किसी अन्य विपक्षी दल को आमंत्रित नहीं किया गया, जो यह दर्शाता है कि यह पूरी तरह से कांग्रेस द्वारा संचालित एक स्वतंत्र अभियान है।
दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित रैली को लोकतंत्र की रक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना गया। कांग्रेस ने इसे देशभर में जागरूकता बढ़ाने और चुनावी प्रक्रियाओं की निष्पक्षता के लिए एक दीर्घकालिक आंदोलन के रूप में स्थापित किया है।
📰 दिल्ली रामलीला मैदान में कांग्रेस की "वोट चोरी" रैली
🎯 उद्देश्य
कथित चुनावी धांधली और "वोट चोरी" के खिलाफ जन आंदोलन।
चुनाव आयोग और सरकार पर मिलीभगत के आरोप।
लोकतंत्र की रक्षा और पारदर्शी चुनाव की मांग।
📌 मुख्य घटनाएँ
राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने सरकार पर तीखे हमले किए।
रैली के बाद राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपने की योजना।
कांग्रेस ने इसे स्वतंत्र अभियान बताया, अन्य विपक्षी दलों को आमंत्रित नहीं किया।
🗣️ प्रतिक्रियाएँ
राजद सांसद मनोज झा: असली मुद्दा निष्पक्ष चुनाव है, ध्यान भटकाया जा रहा है।
भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन: रैली विफल होगी, कांग्रेस हार के बाद ही ईवीएम पर सवाल उठाती है।
अजय कुमार लल्लू (कांग्रेस): भाजपा सरकार "वोट चोरी की सरकार" है, लोकतंत्र को बंधक बनाया गया है।
AAP नेता सौरभ भारद्वाज: कांग्रेस ने पहले दिल्ली में वोट चोरी पर चुप्पी साधी थी, अब सवाल है कि राहुल गांधी इस पर बोलेंगे या नहीं।
🌍 सामाजिक प्रभाव
रैली में भारी भीड़, दिल्ली में यातायात और होटल बुकिंग पर असर।
इसे कांग्रेस ने दीर्घकालिक आंदोलन का हिस्सा बताया, "संसद से सड़क तक" संघर्ष का ऐलान।








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