पिछले कुछ दिनों में अनेक उड़ानें कैंसिल हुई हैं, जिससे लाखों यात्री प्रभावित
अब तक 610 करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया है, जिसमें हजारों यात्रियों के टिकट शामिल1800 से अधिक उड़ानों का संचालन शुरूऔर ऑन-टाइम परफॉर्मेंस (OTP) भी 90 प्रतिशत
नागरिक उड्डयन मंत्री ने भी इंडिगो के सीईओ को बुलाकर उचित कार्रवाई की आश्वासन मांगा
कानपुर 11 दिसम्बर 2025
नई दिल्ली: 11 दिसम्बर 2025
इंडिगो एयरलाइन हाल ही में एक बड़े ऑपरेशनल संकट का सामना कर रही है, जिसके परिणामस्वरूप यात्रा न करने वाले यात्रियों को 10,000 रुपये का हर्जाना और अतिरिक्त 10,000 रुपये का वाउचर देने का निर्णय लिया गया है। इस संकट के चलते, पिछले कुछ दिनों में अनेक उड़ानें कैंसिल हुई हैं, जिससे लाखों यात्री प्रभावित हुए हैं।
भारत सरकार ने इंडिगो को अपनी उड़ानों में 10 प्रतिशत की कटौती करने का आदेश दिया है। यह निर्णय इस संकट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिससे एयरलाइन के संचालन को स्थिर करने की कोशिश की जा रही है। नागरिक उड्डयन मंत्री ने भी इंडिगो के सीईओ को बुलाकर उचित कार्रवाई की आश्वासन मांगा था। इससे पहले, डीजीसीए ने इंडिगो को अपनी उड़ानों में पांच प्रतिशत की कमी लाने का निर्देश दिया था, लेकिन देखते ही देखते इस दर को बढ़ाकर 10 प्रतिशत कर दिया गया।
इंडिगो ने अब तक 610 करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया है, जिसमें हजारों यात्रियों के टिकट शामिल हैं। कंपनी ने यात्रियों की सहायता के लिए होटल और कैब जैसी सुविधाएं भी प्रदान की हैं।
इस संकट के निपटारे के लिए इंडिगो ने अपनी प्रक्रियाओं को तेजी से बहाल करने के लिए एक कार्ययोजना तैयार की है। एयरलाइन ने 1800 से अधिक उड़ानों का संचालन करना शुरू कर दिया है और ऑन-टाइम परफॉर्मेंस (OTP) भी 90 प्रतिशत तक पहुंच गया है।
यात्रियों को ये राहत देने के साथ-साथ, एयरलाइन पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है ताकि भविष्य में ऐसे संकट से बचा जा सके।
नई दिल्ली: 11 दिसम्बर 2025
इंडिगो एयरलाइन हाल ही में एक बड़े ऑपरेशनल संकट का सामना कर रही है, जिसके परिणामस्वरूप यात्रा न करने वाले यात्रियों को 10,000 रुपये का हर्जाना और अतिरिक्त 10,000 रुपये का वाउचर देने का निर्णय लिया गया है। इस संकट के चलते, पिछले कुछ दिनों में अनेक उड़ानें कैंसिल हुई हैं, जिससे लाखों यात्री प्रभावित हुए हैं।
भारत सरकार ने इंडिगो को अपनी उड़ानों में 10 प्रतिशत की कटौती करने का आदेश दिया है। यह निर्णय इस संकट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिससे एयरलाइन के संचालन को स्थिर करने की कोशिश की जा रही है। नागरिक उड्डयन मंत्री ने भी इंडिगो के सीईओ को बुलाकर उचित कार्रवाई की आश्वासन मांगा था। इससे पहले, डीजीसीए ने इंडिगो को अपनी उड़ानों में पांच प्रतिशत की कमी लाने का निर्देश दिया था, लेकिन देखते ही देखते इस दर को बढ़ाकर 10 प्रतिशत कर दिया गया।
इंडिगो ने अब तक 610 करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया है, जिसमें हजारों यात्रियों के टिकट शामिल हैं। कंपनी ने यात्रियों की सहायता के लिए होटल और कैब जैसी सुविधाएं भी प्रदान की हैं।
इस संकट के निपटारे के लिए इंडिगो ने अपनी प्रक्रियाओं को तेजी से बहाल करने के लिए एक कार्ययोजना तैयार की है। एयरलाइन ने 1800 से अधिक उड़ानों का संचालन करना शुरू कर दिया है और ऑन-टाइम परफॉर्मेंस (OTP) भी 90 प्रतिशत तक पहुंच गया है।
यात्रियों को ये राहत देने के साथ-साथ, एयरलाइन पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है ताकि भविष्य में ऐसे संकट से बचा जा सके।
भारत की सबसे बड़ी एयरलाइंस इंडिगो ने एक गंभीर ऑपरेशनल संकट का सामना किया है, जो क्रू शॉर्टेज और नई फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिट (FDTL) नियमों के कारण उत्पन्न हुआ। इस संकट ने दिसंबर 2025 की शुरुआत में हजारों उड़ानों को प्रभावित किया, लाखों यात्रियों को परेशान किया और घरेलू विमानन क्षेत्र में हलचल मचा दी। नीचे इस संकट के प्रमुख पहलुओं को संक्षेप में समझाया गया है, जो हालिया रिपोर्ट्स और सरकारी निर्देशों पर आधारित है।संकट के मुख्य कारणक्रू शॉर्टेज और नियमों का अनुपालन: नवंबर 2025 में लागू नई FDTL नियमों (जैसे पायलटों के लिए 48 घंटे का साप्ताहिक आराम) के कारण इंडिगो अपनी विंटर शेड्यूल को सही ढंग से चला नहीं पाई। इससे क्रू की कमी हुई, और 2 दिसंबर से उड़ान कैंसिलेशन बढ़ने लगे। 5 दिसंबर को चरम पर पहुंचते हुए करीब 1,600 उड़ानें रद्द हुईं।
ऑन-टाइम परफॉर्मेंस (OTP) में गिरावट: कैंसिलेशन के कारण OTP 8.5% तक गिर गया, जो सामान्य 80%+ से काफी कम था।प्रभावित यात्री और कैंसिलेशनकैंसिलेशन की संख्या: 2-10 दिसंबर के बीच 4,000+ उड़ानें रद्द हुईं, जिससे लाखों यात्री फंस गए। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई और हैदराबाद जैसे प्रमुख हवाईअड्डों पर सबसे अधिक असर पड़ा।
यात्रियों की परेशानी: शादी-ब्याह के पीक सीजन में कई यात्रियों के प्लान बिगड़ गए। बैगेज डिलीवरी में भी देरी हुई—कुल 9,000 बैग्स में से 4,500 ही तुरंत लौटाए गए।
फेयर कैप: कैंसिलेशन से अन्य एयरलाइंस के किराए बढ़ने पर सरकार ने 6 दिसंबर को अस्थायी फेयर कैप लगाए।सरकारी कार्रवाईउड़ानों में कटौती: DGCA ने पहले 5% कटौती का आदेश दिया, जिसे बाद में नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बढ़ाकर 10% कर दिया। यह प्रमुख रूट्स (जैसे दिल्ली-मुंबई) पर लागू है, जहां प्रतिस्पर्धी एयरलाइंस उपलब्ध हैं।
रिफंड और मुआवजा: मंत्रालय ने 7 दिसंबर तक सभी पेंडिंग रिफंड पूरा करने का निर्देश दिया। रद्द उड़ानों (3-15 दिसंबर) के लिए पूर्ण रिफंड अनिवार्य, बिना रीशेड्यूलिंग चार्ज। हालांकि, उपयोगकर्ता के उल्लेखित 10,000 रुपये मुआवजा + 10,000 वाउचर का कोई स्पष्ट सरकारी आदेश नहीं मिला—यह संभवतः अदालती निर्देश या इंडिगो की नीति हो सकती है (बॉम्बे हाईकोर्ट ने अतिरिक्त मुआवजा का आदेश दिया)।
निगरानी:नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने CEO पीटर एल्बर्स को बुलाया। DGCA ने 4-सदस्यीय जांच समिति गठित की और 11 हवाईअड्डों पर ऑन-साइट इंस्पेक्शन शुरू किए।इंडिगो की प्रतिक्रियारिफंड प्रक्रिया: कंपनी ने 21 नवंबर से 7 दिसंबर तक 9,55,591 PNRs के लिए ₹827 करोड़ रिफंड जारी किए। 3-15 दिसंबर की रद्द उड़ानों के रिफंड प्रोसेस हो रहे हैं। यात्रियों को होटल, कैब और रीशेड्यूलिंग में मदद दी गई।
संचालन बहाली: 10 दिसंबर तक नेटवर्क 95% बहाल, 1,800+ उड़ानें संचालित, OTP 90% पहुंचा। CEO ने वीडियो मैसेज में माफी मांगी और 10-15 दिसंबर तक पूर्ण सामान्यता का अनुमान लगाया। क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप गठित किया गया।
यात्रियों की शिकायतें: X (पूर्व ट्विटर) पर कई यूजर्स रिफंड डिले की शिकायत कर रहे हैं, लेकिन इंडिगो प्रतिक्रिया दे रही है।भविष्य की निगरानी और सबकसरकार और DGCA इंडिगो पर सख्त नजर रख रहे हैं ताकि भविष्य में क्रू प्लानिंग और मैनपावर में सुधार हो। विपक्ष ने एक एयरलाइन पर अति-निर्भरता की आलोचना की है।
अन्य एयरलाइंस (जैसे एयर इंडिया) ने इंडिगो के 10% कटौती वाले रूट्स पर क्षमता बढ़ाई। रेलवे ने 89 स्पेशल ट्रेनें चलाईं।यह संकट भारतीय विमानन के लिए एक सबक है—बेहतर प्लानिंग और विविधीकरण की जरूरत। यदि आप किसी विशिष्ट PNR या उड़ान की स्थिति जानना चाहते हैं, तो अधिक डिटेल्स शेयर करें।
ऑन-टाइम परफॉर्मेंस (OTP) में गिरावट: कैंसिलेशन के कारण OTP 8.5% तक गिर गया, जो सामान्य 80%+ से काफी कम था।प्रभावित यात्री और कैंसिलेशनकैंसिलेशन की संख्या: 2-10 दिसंबर के बीच 4,000+ उड़ानें रद्द हुईं, जिससे लाखों यात्री फंस गए। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई और हैदराबाद जैसे प्रमुख हवाईअड्डों पर सबसे अधिक असर पड़ा।
यात्रियों की परेशानी: शादी-ब्याह के पीक सीजन में कई यात्रियों के प्लान बिगड़ गए। बैगेज डिलीवरी में भी देरी हुई—कुल 9,000 बैग्स में से 4,500 ही तुरंत लौटाए गए।
फेयर कैप: कैंसिलेशन से अन्य एयरलाइंस के किराए बढ़ने पर सरकार ने 6 दिसंबर को अस्थायी फेयर कैप लगाए।सरकारी कार्रवाईउड़ानों में कटौती: DGCA ने पहले 5% कटौती का आदेश दिया, जिसे बाद में नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बढ़ाकर 10% कर दिया। यह प्रमुख रूट्स (जैसे दिल्ली-मुंबई) पर लागू है, जहां प्रतिस्पर्धी एयरलाइंस उपलब्ध हैं।
रिफंड और मुआवजा: मंत्रालय ने 7 दिसंबर तक सभी पेंडिंग रिफंड पूरा करने का निर्देश दिया। रद्द उड़ानों (3-15 दिसंबर) के लिए पूर्ण रिफंड अनिवार्य, बिना रीशेड्यूलिंग चार्ज। हालांकि, उपयोगकर्ता के उल्लेखित 10,000 रुपये मुआवजा + 10,000 वाउचर का कोई स्पष्ट सरकारी आदेश नहीं मिला—यह संभवतः अदालती निर्देश या इंडिगो की नीति हो सकती है (बॉम्बे हाईकोर्ट ने अतिरिक्त मुआवजा का आदेश दिया)।
निगरानी:नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने CEO पीटर एल्बर्स को बुलाया। DGCA ने 4-सदस्यीय जांच समिति गठित की और 11 हवाईअड्डों पर ऑन-साइट इंस्पेक्शन शुरू किए।इंडिगो की प्रतिक्रियारिफंड प्रक्रिया: कंपनी ने 21 नवंबर से 7 दिसंबर तक 9,55,591 PNRs के लिए ₹827 करोड़ रिफंड जारी किए। 3-15 दिसंबर की रद्द उड़ानों के रिफंड प्रोसेस हो रहे हैं। यात्रियों को होटल, कैब और रीशेड्यूलिंग में मदद दी गई।
संचालन बहाली: 10 दिसंबर तक नेटवर्क 95% बहाल, 1,800+ उड़ानें संचालित, OTP 90% पहुंचा। CEO ने वीडियो मैसेज में माफी मांगी और 10-15 दिसंबर तक पूर्ण सामान्यता का अनुमान लगाया। क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप गठित किया गया।
यात्रियों की शिकायतें: X (पूर्व ट्विटर) पर कई यूजर्स रिफंड डिले की शिकायत कर रहे हैं, लेकिन इंडिगो प्रतिक्रिया दे रही है।भविष्य की निगरानी और सबकसरकार और DGCA इंडिगो पर सख्त नजर रख रहे हैं ताकि भविष्य में क्रू प्लानिंग और मैनपावर में सुधार हो। विपक्ष ने एक एयरलाइन पर अति-निर्भरता की आलोचना की है।
अन्य एयरलाइंस (जैसे एयर इंडिया) ने इंडिगो के 10% कटौती वाले रूट्स पर क्षमता बढ़ाई। रेलवे ने 89 स्पेशल ट्रेनें चलाईं।यह संकट भारतीय विमानन के लिए एक सबक है—बेहतर प्लानिंग और विविधीकरण की जरूरत। यदि आप किसी विशिष्ट PNR या उड़ान की स्थिति जानना चाहते हैं, तो अधिक डिटेल्स शेयर करें।








0 Comment:
Post a Comment