अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 88 के स्तर को पार कर रहा है,
विदेशी पूंजी का बहिर्वाह और बाजार की नकारात्मक धारणा विकसित
भारतीय विदेश मंत्रालय ने अमेरिका पर दोहरे मानदंड अपनाने का आरोप
ट्रम्प की टैरिफ नीति से भारतीय बाजार पर प्रतिकूल असर सेंसेक्स और निफ्टी में भारी गिरावट
विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा भारतीय बाजार से निकासी का सिलसिला
कानपुर : 5 अगस्त 2025:
मुम्बई : 5 अगस्त 2025: भारतीय वस्तुओं पर टैरिफ बढ़ाने की डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा धमकी के कारण भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 88 के स्तर को पार कर रहा है। इसके कारण विदेशी पूंजी का बहिर्वाह और बाजार की धारणा पर नकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकता है।
डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत से आयातित वस्तुओं पर 25% का टैरिफ लगाने की घोषणा की भारतीय द्वारा रूसी तेल की खरीद के चलते उठाया गया है, जिससे अमेरिका और भारत के बीच व्यापार रिश्तों में तनाव बढ़ गया है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने अमेरिका पर दोहरे मानदंड अपनाने का आरोप लगाया है और भारतीय हितों की रक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाने की बात की है.
ट्रम्प की टैरिफ नीति का भारतीय बाजार पर प्रतिकूल असर है, जिससे भारतीय शेयर बाजार के इंडेक्स, सेंसेक्स और निफ्टी, में भारी गिरावट आई है. निवेशकों ने इस फैसले के बाद हजारों करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है और विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा भारतीय बाजार से निकासी का सिलसिला जारी है.
इसके कारण भारतीय रुपये पर दबाव बना है। सितंबर के महीने में यह डॉलर के मुकाबले अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुँच सकता है। इससे आयात की लागत बढ़ेगी और भारत के व्यापार घाटे में वृद्धि हो सकती है.
इसका प्रभाव भारत की विदेश नीति पर भी पड़ सकता है। भारत ने रूस के साथ अपनी ऊर्जा खरीद बढ़ाई है, जिससे अमेरिका के साथ संबंध और अधिक तनावग्रस्त हो सकते हैं.
डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा की गईधमकियों का भारतीय अर्थव्यवस्था पर गहरा असर पड़ सकता है, जिससे रुपये की कमजोरी, विदेशी निवेश का बहिर्वाह और बाजार की नकारात्मक धारणा उत्पन्न हो सकती है।








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