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कानपुर जिलाधिकारी का मुख्य चिकित्सा अधिकारी पर लापरवाही और स्वास्थ्य केंद्रों के निरीक्षण में कमी के आरोप मे शासन को हटाने की सस्तुति, विवाद राजनीतिक का केंद्र

  • कानपुर में DM ह और CMO के बीच विवाद
  • विवाद DM द्वारा CMO की कार्यशैली पर उन्हें हटाने की सलाह देने से शुरू
  • DM ने CMO पर लापरवाही और स्वास्थ्य केंद्रों के निरीक्षण में कमी के आरोप लगाए।
  • विधानसभा अध्यक्ष और अन्य जनप्रतिनिधियों ने CMO के पक्ष में
  • कुछ विधायक DM का समर्थन कर रहे हैं।
  • DM की संस्तुति को गंभीरता से ले CMO को हटाने की संभावना
  • शासन DM के खिलाफ टिप्पणियाँ की ऑडियो क्लिप्स की जांच करने के पक्ष मे
  • विवाद का समाधान निकलेगा या नहीं, यह दिलचस्प
कानपुर 18 जून 2025
कानपुर  जिलाधिकारी (DM) जितेंद्र प्रताप सिंह और मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. हरिदत्त नेमी के बीच चल रहा विवाद अब राजनीतिक का केंद्र बन गया है। यह विवाद तब उभरा जब DM ने CMO की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए उन्हें हटाने की सलाह शासन को दी थी।
यह विवाद स्वास्थ्य सेवाओं में अव्यवस्था के कारण उत्पन्न हुआ, जहाँ DM ने सीएमओ पर लापरवाही और अनियमितताओं के आरोप लगाए। उन्होंने CMO द्वारा बार-बार नदारद रहने और स्वास्थ्य केंद्रों के निरीक्षण में कमी के बारे में शासन को पत्र लिखा। इसके अलावा DM ने डर व्यक्त किया कि CMO के खिलाफ वायरल हुए ऑडियो क्लिप्स में उनके व्यवहार के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणियाँ की गई हैं।
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, एमएलसी अरुण पाठक, और विधायक सुरेंद्र मैथानी ने डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक को पत्र लिखकर CMO को कानपुर में बनाए रखने की मांग की है। उनका तर्क है कि CMO का कार्य व्यवहार और छवि जनता के लिए हितकर रही है। इसके विपरीत, बिठूर विधायक अभिजीत सांगा ने CMO पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए उन्हें हटाने की मांग की है。
इस विवाद में राजनीतिक पक्षों का आना लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। विधानसभा अध्यक्ष और अन्य जनप्रतिनिधियों ने सीएमओ के पक्ष में खड़े होकर उनके काम को सराहा, जबकि कुछ विधायक DM के समर्थन में भी आए हैं और CMO की जांच करवाने की मांग कर रहे हैं।
मामले में DM की संस्तुति को गंभीरता से लिया जा रहा है और यह संभव है कि CMO डॉ. हरिदत्त नेमी को जल्द ही हटाया जा सके।
शासन उन ऑडियो क्लिप्स की जांच कराने पर विचार कर रहा है जिनमें कथित रूप से CMO ने DM के बारे में अपशब्द कहे हैं। यदि यह ऑडियो सच उड़ाने वाली पाए जाते हैं, तो CMO के खिलाफ उचित कदम उठाए जा सकते हैं。
विवाद का आने वाले दिनों में इसका कोई ठोस समाधान निकलेगा, इसकी संभावनाएँ हैं। यह दिलचस्प होगा कि क्या DM की संस्तुति पर कोई कार्रवाई होती है या CMO अपनी पद पर बने रहते हैं।

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